संत मन के आशीर्वाद ले साकार होही स्वच्छ-स्वस्थ अऊ विकसित छत्तीसगढ़ के सपना :...
मुख्यमंत्री हर करीस राजिम कुंभ कल्प के संत-समागम के शुभारंभ नवापारा के सरकारी कॉलेज के नामकरण कुलेश्वर नाथ के नाम म करे के घोषणा डॉ. सिंह हर करीस 25.57 करोड़ के लागत के सबमर्सिबल ब्रिज अऊ मार्ग के...
View Articleव्यंग्य : कलम
दू झिन संगवारी रिहीन । अब्बड़ पढ़हे लिखे रिहीन । अलग अलग सहर म रहय फेर एके परकार के बूता करय । दूनों संगवारी एक ले बड़के एक कहिनी कंथली बियंग कबिता लिखय , कतको परकार के अखबार अऊ पतरिका म छपय । हरेक मंच म...
View Articleकहानी : अंधविसवास
असाढ के महिना में घनघोर बादर छाय राहे ।ठंडा ठंडा हावा भी चलत राहे ।अइसने मौसम में लइका मन ल खेले में अब्बड़ मजा आथे। संझा के बेरा मैदान में सोनू, सुनील, संतोष, सरवन, देव,ललित अमन सबो संगवारी मन गेंद...
View Articleवेब साईट के छबई लिपई अउ अंउठियई चलत हे.
संगी हो ये साईट म काम चलत हे हम अपन साहित्य अउ समाचार संग लउहे लहुटबोन.
View Articleभूतपूर्व सैनिक मन ले सहायक ग्रेड 3 के सीधा भर्ती बर आवेदन आमंत्रित
रायपुर, 17 फरवरी 2017। जिला सैनिक कल्याण कार्यालय ले रायपुर, धमतरी, महासमुंद, बलौदाबाजार अउ गरियाबंद जिला के भूतपूर्व सैनिक मन ले कार्यालय कलेक्टर गरियाबंद म सहायक ग्रेड-3 के सीधा भर्ती बर आवेदन...
View Articleमहू तोर संगी : बालमुकुंद शर्मा ‘गूंज’के गीत
बाबू के ददा काबर अंटियावथस बाबू के ददा तैं कार अंटियावथस तोरेच बनाय नइ बने हे कुरिया …… तयं कार अंटियाथस महू पलोय हौं पानी अउ माटी महू ह जांगर ल टोरेवं साथी ….. तयं कार अंटियाथस बाबू के दादा काबर…....
View Articleआम जनता के जीवन मं बदलाव लाना ही सरकार के असल उद्देश्य : डॉ.रमन सिंह
मुख्यमंत्री हर गट्टासिल्ली मं 96 करोड़ के 26 विकास कार्य के करीस लोकार्पण अऊ भूमिपूजन दू हजार 523 ल मिलिस प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास के स्वीकृति पत्र रायपुर, 18 फरवरी 2017। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह हर आज...
View Articleसंत मन के आशीर्वाद ले साकार होही स्वच्छ-स्वस्थ अऊ विकसित छत्तीसगढ़ के सपना :...
मुख्यमंत्री हर करीस राजिम कुंभ कल्प के संत-समागम के शुभारंभ नवापारा के सरकारी कॉलेज के नामकरण कुलेश्वर नाथ के नाम म करे के घोषणा डॉ. सिंह हर करीस 25.57 करोड़ के लागत के सबमर्सिबल ब्रिज अऊ मार्ग के...
View Articleकरम के डोरी : सियान मन के सीख
सियान मन के सीख ला माने मा ही भलाई हे। संगवारी हो तइहा के सियान मन कहय-बेटा! करम के डोरी हर बड़ मजबूत होथे रे। फेर हमन उॅखर बात ला बने ढंग ले समझ नई पाएन। तइहा जमाना म जब ग्वाला हर गाय चराय बर जावय तब...
View Articleव्यंग्य : कलम
दू झिन संगवारी रिहीन । अब्बड़ पढ़हे लिखे रिहीन । अलग अलग सहर म रहय फेर एके परकार के बूता करय । दूनों संगवारी एक ले बड़के एक कहिनी कंथली बियंग कबिता लिखय , कतको परकार के अखबार अऊ पतरिका म छपय । हरेक मंच म...
View Articleसुघ्घर लागथे मड़ई
ओरी ओर सजथे , बजार भर दुकान , टिकली फीता फुंदरी , रंग रंग के समान । भीड़ भाड़ लेनदेन , करे लइका अऊ सियान , जोड़ी जांवर , चेलिक मोटियारी मितान । गुलगुल भजिया , मुरकू , बम्बई मिठई , खावत गंठियावत , अंचरा म...
View Articleकहानी : अंधविसवास
असाढ के महिना में घनघोर बादर छाय राहे ।ठंडा ठंडा हावा भी चलत राहे ।अइसने मौसम में लइका मन ल खेले में अब्बड़ मजा आथे। संझा के बेरा मैदान में सोनू, सुनील, संतोष, सरवन, देव,ललित अमन सबो संगवारी मन गेंद...
View Articleहोरी हे रिंगी चिंगी
रंग मया के डारव संगी फागुन के महिना रिंगी चिंगी रंगरेलहा अउ बेलबेलहा बरोबर हमर जिनगी मा समाथे। जिनगी के सुख्खा और कोचराय परे रंग मा होरी हा मया-पिरीत,दया-दुलार,ठोली-बोली,हाँसी-ठिठोली के सतरंगी रंग ला...
View Articleत्रिवेणी संगम म शाही स्नान के साथ राजिम महाकुंभ कल्प के होय समापन
बिहनिया साधु-संत मन के निकली भव्य शोभा यात्रा धर्मस्व मंत्री श्री अग्रवाल ह संगम म लगाईस डुबकी साधु-संत मन संग शोभा यात्रा मं होइस सामिल रायपुर, 25 फरवरी 2017। छत्तीसगढ़ के प्रयागराज राजिम मं महानदी,...
View Articleहिरदे जुडा ले आजा मोर गांव रे : डॉ. विनय कुमार पाठक के गीत
जिहाँ जाबे पाबे, बिपत के छांव रे। हिरदे जुडा ले आजा मोर गांव रे॥ खेत म बसे हावै करा के तान। झुमरत हावै रे ठाढे-ठाढे धान॥ हिरदे ल चीरथे रे मया के बान। जिनगी के आस हे रामे भगवान॥ पीपर कस सुख के परथे...
View Articleतुम करहु जैसे जौन : प्राचीन कवि प्रहलाद दुबे
प्रहलाद दुबे सारंगढ के रहईया रहिन। सत्रहवीं शताब्दी के आखरी म इमन ‘जय चन्दिका’ लिखे रहिन। एमा दमन संबलपुर के राज-वंश के वर्णन हावय। इखंर भाषा म व्रज, बसवाडी अउ छत्तीसगढी़ के मेल हे। इंखर कविता के एक...
View Articleसावन सरल सारदा मैया : जगन्नाथ प्रसाद भानु
आप बिलासपुर के निवासी रहेव। आप मध्यप्रदेश शासन म उच्च अधिकारी रहेव। आपला मातृभाषा हिन्दी उपर बडा़ अनुराग रहिस। इंखर अधिकांश समय साहित्य-सेवा म बीतय। काव्य उपर इंखर अड़बड़ प्रेम रहिस अउ आप काव्य...
View Articleदान लीला के अंश : पं. सुन्दरलाल शर्मा
पं. सुन्दरलाल शर्मा ल छत्तीसगढी़ पद्य के प्रवर्तक माने जाथे। सबले पहिली इमन छत्तीसगढी़ मं ग्रंथ-रचना करिन अउ छत्तीसगढी़ जइसे ग्रामीण बोली (अब भाषा) मं घलोक साहित्य रचना संभव हो सकथे ए धारणा ल सत्य...
View Articleचलती के नाम गाड़ी, बिगड़ गे त…
बहुत साल पहिली किसोर कुमार, असोक कुमार अउ अनूप कुमार तीनों भाई के एक ठन फिलिम आय रहिस हे- चलती के नाम गाड़ी। फेर वोखर बाद के लाईन ल कोनो नई बतावय। मैं बतावत हों चलती के नाम गाड़ी बिगड़ गे त खटारा।...
View Articleहोली आवत हे
आगे बसंत संगी,आमा मऊरावत हे बाजत हे नंगाड़ा अब,होली ह आवत हे । कुहू कुहू कोयली ह,बगीचा में कुहकत हे। फूले हे सुघ्घर फूल, भंवरा रस चुहकत हे। आनी बानी के फूल मन,अब्बड़ ममहावत हे। बाजत हे नंगाड़ा अब,होली ह...
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