ये दुनिया हे गोल तैय कुछ मत बोल ये आधुनिक युग के जावाना तैय झन पछताना कान मा सुन आँखी मा देख अपन रद्दा चुपचाप रेग। जिन्दगी होगे सुखियार काम बुता मा मन नईय लागे जबले आलस्य हा डाले डेरा जागर मा पड़गे किड़ा। झुण्ठ बोलय पैसा कमावय भ्रष्टाचार ला अपन व्यवसाय बनावय लईका से […]
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